श्याम रंग

श्याम रंग


रंग श्याम का छाया मुझ पर, श्याम हो गई काया

देखूं खुद को भई बावरी, रंग कोई ना भाया।


श्याम के रंग में रंग लिया है, तन मन सारा जैसे

छूटेगा ये रंग कभी ना, रंग दिया मोहे ऐसे।


प्रेम रंग में रंगी सांवरे, मुझको भूख ना प्यास

बन बन डोलूं बनी बावरी, दर्शन की मोहे आस।


लोग कहें मुझे दीवानी तू, लोकलाज ना आवे

सुनकर तेरी मधुर मुरलिया, मुझ से रहा ना जावे।


दर्शन दो घनश्याम नाथ, अंखियां मोरी प्यासी
गले भले ही नहीं लगाना, मैं चरणों की दासी।।

आभार – नवीन पहल – १५.०४.२०२३ 💝💝

# प्रतियोगिता हेतु 


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6 Comments

Punam verma

16-Apr-2023 09:21 AM

Very nice

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Abhinav ji

16-Apr-2023 08:58 AM

Very nice 👍

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अदिति झा

16-Apr-2023 08:26 AM

Nice 👍🏼

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